गैरी के बेटी Poem

गैरी के बेटी Poem
गैरी के बेटी Poem

 गैरी के बेटी पर जान देते ही
और जब
अपनी बेटी होने लगती है तो
उसकी जान ले लेते हो ।
कागद अपनी किस्मत से उडता है
लेकीन पतंग अपनी काबिलीयत से
इसलिए किस्मत साथ दे या ना दे
काबिलियत जरूर साथ देती है।
पढाई एक ऐसा कुआँ है
जिसका पाणी बडा गहरा है
तकलिफ ती होती है,
लेकीन
जिंदगी भर की प्यास बुझ जाती है
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